Nirmala Varmā kī lokapriya kahāniyām̐ /

निर्मल वर्मा की लोकप्रिय कहानियाँ /
Saved in:
Bibliographic Details
Author / Creator:Verma, Nirmal, 1929-2005, author.
Uniform title:Short stories. Selections
Imprint:Dillī : Prabhāta Prakāśana, 2018.
दिल्ली : प्रभात प्रकाशन, 2018.
Description:176 pages ; 23 cm
Language:Hindi
Subject:
Format: Print Book
URL for this record:http://pi.lib.uchicago.edu/1001/cat/bib/13496294
Hidden Bibliographic Details
Varying Form of Title:Title on title page verso: Nirmal Verma ki lokpriya kahaniyan
Other authors / contributors:Gill, Gagan, editor.
ISBN:9789351862741
9351862747
Notes:Short stories.
"Lokapriya kahāniyām̐ śr̥ṅkhalā"--Cover.
"लोकप्रिय कहानियाँ श्रृंखला"--Cover.
In Hindi.
Summary:Selected short stories of a Hindi author.
Description
Summary:निर्मल वर्मा आधुनिक हिंदी कहानी के उन बिरले कथाकारों में से हैं, जिनकी प्रायः हर रचना कालजयी व लोकप्रिय रहती आई है। उनकी प्रसिद्ध एवं अतिप्रसिद्ध कहानियों में से केवल कुछ को इस संकलन के लिए रख पाना एक चुनौती थी और इसे अंजाम दिया लेखकपत्नी एवं स्वयं लेखिका गगन गिल ने। निर्मल वर्मा को युवा पाठकों का भरपूर प्रेम मिला है और प्रौढ़ पाठकों का भी। वे आधुनिक भारत के उन थोड़े से लेखकों में हैं, जिन्हें अंग्रेजीदाँ लोगों ने भी उसी चाव से पढ़ा, जितना कस्बाई पाठकों ने। दार्शनिकों, साधकों और रंगकर्मियों ने उतना ही, जितना रेस्तराँ के बैरों, पुलिसकर्मियों और कबाड़ीवालों ने। निश्चित ही कुछ आत्मबिंब उन सब पाठकों को इस लेखन में मिलते होंगे। यह संग्रह उन्हीं भिन्न छवियों को प्रस्तुत करने की चेष्टा है। अकेलेपन और अलगाव से रँगे इस संसार में कई पात्र इन कहानियों में मिलते हैं-ज्वरग्रस्त बच्चे, नाराज बूढ़े, बेरोजगार नौजवान, एकालाप करती स्त्रियाँ और पुरुष। जैसे वे सब किसी संधिस्थल पर रह रहे हों-न भीतर, न बाहर-किसी दहलीज पर। आशा है, यह पुस्तक सुधी पाठकों की साहित्यिक प्यास जगाएगी और बुझाएगी भी।
Item Description:Short stories.
"Lokapriya kahāniyām̐ śr̥ṅkhalā"--Cover.
Physical Description:176 pages ; 23 cm
ISBN:9789351862741
9351862747